कहानी मेरा राज़ एक लड़की थी उसका रिश्ता उसके मनपसंद लड़के से हुआ दोनों परिवार बहुत खुश थे दोनों आपस में बातें करते और जीने मरने की कसमें खाते कुछ दिनों बाद अचानक लड़की जब सुबह उठकर झाड़ू निकाल रही थी उस टाइम एक तिल्ली उसकी आंखों में घुस गई जिससे उसकी आंखें चले गई जब लड़की ने उसे बताया कि मैं एक आंख से अंधी होगी हु तब उस लड़के ने उस का फोन काट दिया जब लड़की अस्पताल से घर आई तो उस लड़की की सास सामने बैठी थी लड़की ने अपनी सास के पैर छुए तब सास बोली ठीक है लड़की अन्दर चले गई जब लड़के का फोन आया बंद हो गया लड़की बोली पापा मेरी शादी की तैयारी कैसी चल रही है तब उस के पापा की आंखे भर आई उस के पापा बोले बेटा लडके वाले शादी के लिए मना कर दिया बोलें आप की लड़की अब अंधी हो गई है अब हम रिश्ता नहीं कर सकते हैं जब लड़की ने यह सुना तब उसके पैरों तले जमीन निकल गई हों ऐसा लगा उसने लड़के को फोन किया तो उसका फोन बंद बताने लगा लड़की खुब रोई कुछ दिनों बाद अचानक मुझे वो मिली तब मैंने उसे पूछा कि तुम ने शादी कर ली मुझे बताया भी नहीं पर उस की आंखों में कुछ नमी थी मैने उसे पूछा क्या बात है तब उसने मुझे अपनी पुरी बात बतादी उस कि बात सुनकर मेरी भी आख भर आई मैं बहुत दुःखी हुआ जब मैं आ रहा तब मेरा दोस्त मिल गया उसने मुझे पुछा क्या हुआ तब मैं उसे पुरी बात बताई उसे शादी करने को उससे बोला लेकिन उसनेे मना कर दिया मुझे वो बोला यदि तु उसकी इतनी फ़िक्र करता है तो तु कर लें शादी मेंने बोला यार मैं पहले से शादी शुदा हूं यदि मेरी शादी नहीं होती तो मैं शादी कर लेता उस की आंखों की गारंटी मैं लेता हूं तब ठीक है मैं शादी कर लूंगा मैं ने उसे बोला कि उसे इस बात का पता नहीं चले ठिक है जब मैं अपने डॉक्टर से बोल कर उस की आंखे बनवाईं ओर उस की शादी अपने दोस्त के साथ करवाईं मेरा राज़