तुम्हारे बगैर ये महफ़िल, रहती है बेहद ही वीरान........... तुम्हारी यादें हमें करती हैं, शाम-ओ-शहर परेशान............ किस बात की नाराज़गी, किस बात का डर है तुम्हें.......... तुम्हें वापिस लौट आने में, क्यों हो रही है देर मेरी जान....... ©Poet Maddy तुम्हारे बगैर ये महफ़िल, रहती है बेहद ही वीरान........... #Gathering#Remain#Deserted#Memories#Evening#Angry#Afraid#Late#Love.............