कैसा इतिहास दिया? /caption/ वो उन्मत्त भोग-विलास से... द्यूत-क्रिड़ा में प्रतिष्ठा का दांव खेल रहे, वो रानी, प्रिया, कोई बेटी असहाय बिलखती रही भरी सभा!! तन सारे वो तीन पीढ़ियों के कहलाते थे योद्धा और युधिष्ठिर बड़े, सत्ता के उन्माद में आभूषण, श्रृंगार,