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ख्वाहिश बहोत खुशी से घरवालो के लिए खाना बना रही थी

ख्वाहिश बहोत खुशी से घरवालो के लिए खाना बना रही थी   
तभी फोन की घण्टी बजती है।    
ख्वाहिश के ससुर जी फोन उठाते है  
हलो,,,, 
हलो मैं आपकी बेटी का ससुर बोल रहा हूँ।  
कहिये समधी जी कैसे है आप घर में सब ठीक हेना । कोमल केसी है 
जी वो ठीक है,,,  आप उससे बात करो
कोमल,,हलो पापा
कैसे हैंआप  
में ठीक हु क्या हुआ 
पापा इन्हें अपने बिज़निस के लिए फिर से 2 लाख की जरूरत है आप 5 दिन में इंतजाम करके भेजवा  दीजियेगा,,रखती हूं
   
अरे बेटी सुनो तो ,,, बेटी नही जैसे एटीएम मशीन देदी हो कभी भी मांग लेते ह क्या करूँ मैं ,,बेटी की ख़ुशी के लिए मना भी नही कर सकता इतने पढ़े लिखे परिवार में दिया फिर भी ये लोग नही समझते ,,(ख्वाइश  चुपचाप खड़ी सुन रही थी)
किसी को नही दिखता इतनी महंगाई का जमाना है।

अरे बहु सुनो
ख्वाहिश ,,जी पिताजी 
अपने पापा को कहना 4 लाख का कही से इंतजाम करदे दो दिन में
जरूरत है
ख्वाहिश खामोशी से खड़ी एक टक उन्हें देखती रह गईं,,,, #stories #bolteshabddimika
ख्वाहिश बहोत खुशी से घरवालो के लिए खाना बना रही थी   
तभी फोन की घण्टी बजती है।    
ख्वाहिश के ससुर जी फोन उठाते है  
हलो,,,, 
हलो मैं आपकी बेटी का ससुर बोल रहा हूँ।  
कहिये समधी जी कैसे है आप घर में सब ठीक हेना । कोमल केसी है 
जी वो ठीक है,,,  आप उससे बात करो
कोमल,,हलो पापा
कैसे हैंआप  
में ठीक हु क्या हुआ 
पापा इन्हें अपने बिज़निस के लिए फिर से 2 लाख की जरूरत है आप 5 दिन में इंतजाम करके भेजवा  दीजियेगा,,रखती हूं
   
अरे बेटी सुनो तो ,,, बेटी नही जैसे एटीएम मशीन देदी हो कभी भी मांग लेते ह क्या करूँ मैं ,,बेटी की ख़ुशी के लिए मना भी नही कर सकता इतने पढ़े लिखे परिवार में दिया फिर भी ये लोग नही समझते ,,(ख्वाइश  चुपचाप खड़ी सुन रही थी)
किसी को नही दिखता इतनी महंगाई का जमाना है।

अरे बहु सुनो
ख्वाहिश ,,जी पिताजी 
अपने पापा को कहना 4 लाख का कही से इंतजाम करदे दो दिन में
जरूरत है
ख्वाहिश खामोशी से खड़ी एक टक उन्हें देखती रह गईं,,,, #stories #bolteshabddimika