सुर धूप घना मैं हिन्दी में, नर भूप बना मैं हिन्दी में । दिव् राग भना मैं हिन्दी में, लव पाग जना मैं हिन्दी में ।। हिन्दी है दीप्ति जगती की, मनुकाव्या की मधुशाला है । हिन्दी है तृप्ति भक्ति की, भाषाओं की जयमाला है ।। #हिंदी_कविता #कविता #हिंदी #भाषा #alokstates #oneness_of_souls #lovequotes #languageoflove