Nojoto: Largest Storytelling Platform

जवानी बुढ़ापे की और बढ़ती हैं पर दिल मानने को तैयार

जवानी बुढ़ापे की और बढ़ती हैं पर दिल मानने
को तैयार नहीं ये क्यो ठलती हैं अरमा तो हैं बहुत
जीने के सांसे क्यो उखाडती हैं

©Puja Udeshi
  happy birthday जितेन्द्र जी 🎂
#POOJAUDESHI

happy birthday जितेन्द्र जी 🎂 #POOJAUDESHI #Thoughts

347 Views