थोड़ा सोच समझकर शब्दों को कहना। दिल दुखाने जैसी बात कभी ना करना। मासूम है दिल बात-बात पर है रूठता। क़दर करना एक-दूजे की खुशियों की! नोक-झोंक की वजह से कभी-कभी- रिश्तों में आती करवाहट और साथ छुटता। 💱रचना का सार..📖 के साथ Collab करें..√..√ 🔻#Rks_रचना_संग्रह_38 💫रचना को शुद्ध एवं स्पष्ट रूप में लिखकर wallpaper में सजाएं, जिससे रचना सुंदर प्रतीत हो..!! 💫सभी रचनाकार अपनी इच्छानुसार असीमित रचनाएँ कर सकते हैं, इसमें कोई प्रतिबंधिता नहीं है..!! 💫रचना का सार..📖 के साथ हमेशा कुछ नया सीखते रहिये व अपने मित्रों को भी सिखाते रहिये..!!