कितने #रंग देखे जीवन के, जीता हर कोई हर एक रंग में.! काला रंग गरीबों का है, साया भी जहां साथ न होता.! उजला रंग अमीरों का है, जहां कोई भी दाग़ न होता.! रंगीला मिज़ाज को पाले, मिलते यहां अमीरजादे है.! भूखे पेट भिखारी मिलते, गटर में मिलते गरीब यहां पर.! फूटपाथ पर जीवन जीते, भूख के मारे रोज है मरते.! मर मर कर हर रोज है जीते, जीवन का सब रंग यही है.! #अजय57 #जीव_का_रंग