रावण वध के मूल में सीता नहीं, शूर्पणखा थी! शूर्पणखा के कपट पूर्ण आचरण व प्रतिशोध की भावना का फल था सीता - हरण!! मंदोदरी से लेकर मारीच तक सभी ने रावण को ऎसा दुशकृत्य करने से रोका, किन्तु कहते हैं न... "विनाश - काले विपरीत बुद्धि" अंततः रावण का लंका सहित विनाश हुआ!! #शूर्पणखा का आचरण #26. 05.20