*नवरात्रे* शुभ हो आप सभी को, उपवास रखेंगे रीत पूरी करने को, इस बार तन के लिए नहीं मन के लिए मानसिक उपवास करो ना काम,क्रोध, मद,लोभ, मोह, अहंकार, राग द्वेष,मानसिक हिंसा कितने दुर्गुण हैं कोई से दुर्गुण को त्यागने का, मन से प्रयत्न कीजिए ना, कोई भी अवगुण त्याग पाएं,