सज गई फिर से अयोध्या राम आये हैं अवध। छट गया छाया तिमिर जो,दीप जग मग जल उठे।।। विभा सिंह ©kavitri vibha prabhuraj singh 2122,2122,2122,212 #मन के भाव #अपनी कविता #विभा सिंह