विवाह की उम्र बढ़ती जा रही है, शादियाँ 30 पार पे हो पा रही है । संतानोत्पत्ति में भी आती अड़चने, सहज प्रसव से नारी दूर जा रही है ।। सिजेरियन और कृत्रिम गर्भाधान, इनके प्रचलन में नहीं समाधान । स्वास्थ्य पे पड़ता विपरीत असर , धन बरबादी भी खींचती है कान ।। भला हो शादियाँ 21 से 24 में हो, दो तीन साल बाद सन्तान हो । 27 से 30 में एक हो जाये या दो, नैसर्गिक प्रसव भी असंभव न हो ।। #life #marriage #children #aaveshvaani