इजज़ात है अगर तेरी ख़ुदा ज़रा हम पर भी गौर फ़रमाना हम वहीं है बेबस और लाचार जिसे भूल गया ये तेरा ज़माना एक तेरे आगे ही तो है ख़ुदा अपना ये दोनों हाथ फैलाना हम पर भी उपकार कर ज़रा तेरे दर के सिवा और कहाँ है जाना प्रिय लेखकों और लेखिकाओं, The Writer Junction आप सभी का इस प्रतियोगिता में स्वागत करता है। 4 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें । आज की प्रतियोगिता - 36 अन्य प्रतियोगिताओ से थोड़ी भिन्न है। इस प्रतियोगिता में विजेता का चुनाव वोट के आधार पर किया जायेगा। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य आप सभी के बीच समरसता, सहभागिता और उत्साह को बढ़ाना है