बोलो, कहाँ तक टिक सकोगे.. यदि राम सा संघर्ष हो (Read in caption👇) सह ली कितनी यातना,पर कर्तव्य सर्वोपरि रखा त्याग, शील, संकल्प को जिस तरह जीवित रखा.. बोलो कहाँ तक टिक सकोगे ? यदि राम सा संघर्ष हो.. कल मुकुट जिस पर साजना था