सब कुछ कहाँ सिखाती है ज़िन्दगी, बहुत कुछ छुपाती है ज़िन्दगी, मैं हर रोज़ रूठ जाता हूँ इससे, मुस्कुराकर फिर मना लाती है ज़िंदगी ।। ©Chauhan Chirag #OneSeason falak khan chisti