अफीम लोग मुझे बड़े शोक से खाते है। ग्रामों में लाने के लिए हजारों उड़ाते हैं। सबको पता है मैं बस नाश करती हूं। फिर भी लोग मुझे छोड़ ना पाते है। मेरा सफेद होना मेरी पहचान बताता। मुझे खाकर इंसान खोखला हो जाता हैं। मैं इंसान को ऐसे खाती हुं। जैसे लकड़ी को दीमक लग जाता है। आजकल युवा नशे को गले लगा रहे है। शराब, बीड़ी, सिगरेट छोड़ मुझे खा रहे हैं। ©Sandip rohilla #अफीम Sharma Rits Aarohi yadav Deepti k Smile Amita Tiwari GuruJi B Ravan MM Mumtaz Harlal Mahato Raj choudhary "कुलरिया" Rekha💕Sharma "मंजुलाहृदय" mannu nagar Rajul RP