इस बचपन की मासूमियत के साथ खिलवाड़ न करो जो बन ना ह उसे बन जाने दो मामूली बातो कम उस से प्यार ना करो आगे निकालने के चक्र में उस पर किताबो का बोज न लादो अपनी खुशी के चक्र में उसकी खुशी ना गवार ना करो बी++++