हज़ारो से जाय्दा किताब सायद अलमारी में रखी होगी फिर भी वक़्त नहीं लोगो के पास उसे पढ़ सके , महंगी घड़ी सबके पास हैं फिर भी ईतना सा वक़्त नहीं के अपनो के साथ बिता सके, आलिशान घर तो बना लिया फिर भी इतना सा वक़्त नहीं के चैन से थोडा सो सके , रफ़्तार ईतनी तेज़ हो गई बदलते दुनिया की वक़्त सबको चाहिए पर किसी के पास थोडा सा वक़्त नहीं #वक़्त #विचार