जिन्दगी बहुत छोटी हैं यारो.., दुश्मनी निभाने के लिए, और कई साल लग जाते हैं... सच्चे रिश्ते कमाने के लिए।। क्यूँ रहे शिकन माथे पर... जब भी वो मिले तुमसे, कोई मोल तो नही लगता ना.., सिर्फ़ देखकर मुस्कुराने के लिए।। मालूम हैं आसां नही होता, सब भूलकर आगे बढ़ना..., मगर नही मिलती नेमत जिन्दगी की... सिर्फ़ ठहर जानें के लिए।। जो ना जान सके अच्छाई तुम्हारी, करो शुक्रिया अदा उसका भी, तुम इतने भी तो आसां नही... हर किसी को समझ आने के लिए।। ©Sameri #life#coronaperiod#covid19#corona#loved_ones#forgiveness#relationship#friends#friendship#love