मेरा मौन पढकर उसकी क्यों सिसकारीयां निकलें इतना मत तड़प के तेरी किलकारियां निकलें ये शोर शराबा तेरे किस काम का है अब एक मौन पैदा कर, के उसकी अदाकारीयां निकलें ला मीज़ान के अब तौलूं मैं वफा का पैमाना आज देखेंगे किसकी कितनी वफादारीयां निकलें मीज़ान - तराज़ू किलकारियां - बच्चों सा शोर मेरा मौन पढकर उसकी क्यों सिसकारीयां निकलें इतना मत तड़प के तेरी किलकारियां निकलें ये शोर शराबा तेरे किस काम का है अब