वक्त ने कर दिया बड़ा है मुझको, तू बचपन मे पहुंचा देना चलते- चलते थक गयी हूँ माँ, अपनी गोद मे मुझे सुला देना कि कोई जिद ना करुँगी अब ,इक बार तू वापस आ जाना फ़िर से वो दुलार प्यार मुझपर तू ,अपना लुटा जाना अपने लोग बहुत है ,पर ममता तो तूही दिखाएगी ओ मेरी छोटी, सोना बिटिया कहके मुझको बुलाएगी ©Pritipradhan Pradhan missing mom