समझ सको तो समझो हमारे ज़ज्बात जीवन भर के लिए थामना चाहते हैं तुम्हारा हाथ तेरे दिल से ताल्लुक बनाना चाहते हैं हम खास बस चाहते हैं हम तुम्हारा साथ //ताल्लुक// "नहीं कहा जो कभी, वो ख़ामखा समझती है। जो चाहता हूँ मैं कहना, वो कहाँ समझती है।। कि-सुना था सबसे इश़्क के ताल्लुक में अक्सर, आँख को आँख और जबाँ को जबाँ समझती है।।" ✍Rashmi Ki kalam se