आंखों में अभी तलक इमान बाकी है, जमीर अभी मरा नही जान बाकी है। क्या हुआ मै गिर गया मैदान-ए-जंग में, सांसो मे अभी मेरे हिंदोस्तान बाकी है। हाथ से तिरंगा मेरे कोई थाम लेगा दूसरा मै अगर गिर गया तो उठ पड़ेगा दूसरा। वजूद की लड़ाई में मैं खड़ा अकेला नहीं साथ मेरे अभी सैकड़ों नाम बाकी है। बदलने हैं मुझे रास्ते कुछ खोज कर नए लेने है मुझे फैसले कुछ सोच कर नए कोई क्या करेगा मुकद्दर का फैसला मेरे इन रगों में अभी तलक उबाल बाकी है। दरबारों ने कुछ मौन कुछ क्षीण कर दिए वेग जिनके स्वर में था स्वर हीन कर दिए फिर भी हुए हर जुल्म पर सवाल उठ रहा जिंदा हूं उस रोज़ तक जुबान बाकी है। #inspirationalpoem #inspirational #hindiwriters #hindikavita #tarunvijभारतीय #hindipoem #yqdidi #powerful Best YQ Hindi Quotes Hindi Sahitya हिन्दी काव्य कोश 𝘠ourQuote Didi YourQuote Hindi