नौ माह कोख में पाला दर्द सहने का जज़बा निराला बच्चे कभी भूखे पेट न सोएं उन्हें दिया अपना भी निवाला करे घरवालों की ख्वाहिश पूरी अपनी इच्छाओं पर लगाया ताला अंधियारे से भी लड़ जाती घर में रखा सदा उजाला जितना लिखूं कम ही होगा 'माँ' से बड़ा न कोई रखवाला ईश्वर अल्लाह से बढ़कर तुम हो त्यागों से पिरोइ ममता की माला #Maa #PoetInMe #ShayarInMe #KaviBhitar #BetaBhitar