मेरे कान्हा तुम क्यों मुझको और गोपियों को इतना सताते हो? क्या तुम्हें मैं माखन खाने को नहीं देती जो दूसरों के घर जाकर चुराते हो? जब देखो गांव की सभी गोपियां तुम्हारी शिकायत करने चली आती है। कभी उनकी मटकी फोड़ देते हो कभी उनके वस्त्र चुरा कर भाग जाते हो। हे कान्हा तुम क्यों सबको इतना सताते हो और मुझे गुस्सा दिलाते हो। अरे मेरी भोली मैया क्या तुम गोपियों को जानती नहीं हो गोपियां तो बस मुझे छेड़ने के बहाने ढूंढा करती हैं, पता नहीं क्यों तुम्हे मेरे खिलाफ भड़काती रहती हैं बस इसी फिराक में रहती हैं कब तुम मुझको डाटो और फटकार लगाओ। पता नहीं क्यों सब मिलकर मुझको इतना सताती हैं मेरे ही पीछे पड़ी रहती हैं। तुम ही बताओ मैया मुझे उनके वस्त्र चुराकर और मटकी फोड़ कर क्या मिलेगा? जब हमारे घर में माखन भरा पड़ा है तो मैं दूसरे के घर का माखन क्यों चुराऊंगा? मेरी मैया तुम बहुत ही भोली हो जो इनकी बातों में आ जाती हो। मैं तुम्हें बहुत प्यार करता हूं मैं तुमको कभी नहीं सताता हूं। To aaj shubharambh ho rha maiya yashoda or krishna ji k pavitra rishte k samvaad likhne se... Mandatory hashtag: #maiya_ke_krishna #krishna #yashoda #competitionsbymanavi #yqdidi #yqbaba Time limit: till 10:00 pm tonight No word limit