ईश्वर की भक्ति करने वाला इक दिन सद्गुरु बन जाता है,वो लोक लोकान्तर में आदर का पात्र बनता है,ईश्वर के भक्त को त्रिभुवन में भी कोई परास्त नहीं कर सकता है,ईश्वर अपने निष्काम भक्त को योगमाया नामक शक्ति देते है,जो उसकी सदैव रक्षा करती है,ऋग्वेद में भी कहा गया है परमात्मा हमारा रक्षक है| #तन्मय ©Tanmay Pandey #cloud