White #वही_चाहिए किसी ने धन दिखाया, किसी ने यौवन दिखाया तो मूल्यवान कहकर किसी ने कंचन दिखाया मगर मुझे तो वही चाहिए न खीर, न पनीर, न नीर और न ही दही चाहिए, मुझे तो वही चाहिए, जिसकी ज़रूरत है मुझे। अत्यधिक जुनून होना गलत है क्या चाहत का मून होना गलत है क्या, जुनून के लिए रोना गलत है क्या, शौक में खोना गलत है क्या? क्योंकि कहीं-न-कहीं गाने से ख़ुदा रोकता है, जैसे खाने से ख़ुदा रोकता है क्योंकि गाना खाना हो गया है, क्योंकि गाना ज़माना हो गया है, क्योंकि गाना खज़ाना हो गया है! अब है सब से शिकायतों का ढेर, अब है रब से शिकायतों का ढेर तभी तो क्षेत्र बदल जाने के बाद बार-बार हो चुकी बहुत देर। फिर से भूल गया भगवान का एहसान, हमेशा रहता है उस ही की ओर ध्यान, जिसकी ज़रूरत है। ...✍️विकास साहनी ©Vikas Sahni #वही_चाहिए