जाग जाए जो चिड़ियों के जागने से पहले , और निशाचरों के सोने के बाद जो सोते है । वो सच मे पागल होते है । सबका ताना-बाना सुनकर भी , खुले होठों से मुस्कुरा देते है । वो सच मे पागल होते है । नशाख़ोरी पर भाषण लिखके अव्वल आने वाले , खुद नशे के आदी हो जाते है । वो सच मे पागल होते है। अपनो के अच्छे कल के लिए , जो अपना आज डुबो देते है । वो सच मे पागल होते है । मुसीबत लगता है कभी-कभी बड़ा बेटा होना, उमर से ज्यादा जो बोझ ढोते है । वो सच मे पागल होते है। बचपन से ख़्वाब संजोया हो जिस लड़की का , आख़िर में भाई बनकर उसका डोली ढोते है । वो सच मे पागल होते है । फोन चलाने वाली उम्र में , जो ग़ालिब और फ़राज के ग़जलों संग सोते है । वो सच मे पागल होते है । जो हँसते-हँसाते रहते है महफ़िलो में सबको , बंद कमरों में वो छुप-छुपकर रोते है । वो सच मे पागल होते है । wo sach me pagal hote hai... #nojoto #hindi