रंग मौसम के फ़िज़ा में बिखरने लगे... आलस की चादर धूप पर चढ़ने लगे... अंगड़ाइयाँ लेने लगे रुक रुक कर बयार यूं , के बेबात ही बातों के मतलब निकलने लगे। मौसम #winter #pagesofdiary #writer