पता नहीं कहाँ चले जा रहे हैं ! पता नहीं कहा चले जा रहे हैं बिना मकसद के ज़िन्दगी जीये जा रहे हैं मंज़िल का पता नहीं बस पथरीले रास्तों पर चले जा रहे हैं जीना था मंज़िल को हासिल करना था लेकिन ज़िन्दगी में गम के आंसु पीये जा रहे हैं गम के आंसु पीये जा रहे हैं ✍️ ✍️ Dimpy