मोहोबत वो नहीं जिसमे किसीकी कपड़े या चेहरे को देखकर लगाया जाए... मोहबत तो वो है जिसमें दुरियाँ चाहे कितने भी हो "बस" एक दूसरे के धड़कने तेज होता हो एक आवाज में सारा दुनियाँ मिलता हो सच्ची मोहोबत वोही है......!!!! ©Sandhya Sangdyangmu Lepcha #myfellings #Writing_by_sandhya