किसीका दिन ढलता है यादों में किसीका दिन ढलता है झूठे वादों में किसीका ढलता है मुलाकातों में पर दिन मेरा ये ठहरा है क्योंकि हारा हूँ में जज्बातों से # mera din dhalta nhi.. # pagl sa sayr # gwar