मन जो भर चुका तुम्हारा कैसे मैं तुमसे मेरा प्यार जताऊँगा, कैसे कभी भी इकरार कर पाऊँगा, तुम्हें बस अपने मतलब से मतलब है, इश्क़ की बोली तुम्हें कैसे समझाऊँगा, तुम्हारे क़ाबिल ख़ुद को कहलवाने को, किस हद तक ख़ुद को यूँ आजमाऊँगा, मेरे दिल से खिलौने की तरह खेलते हो, टूट कर मैं भी कब तक साथ निभाऊँगा, मन भर चुका जो तुम्हारा “साकेत" से भी, अब तो कभी तुम्हें नज़र भी कहाँ आऊँगा। IG:— @my_pen_my_strength ©Saket Ranjan Shukla मन जो भर चुका तुम्हारा..! #Love #Broken #Pain #betryal #hindipoetry #Hindi #poem #my_pen_my_strength #स्याहीकार #alonesoul