"अ विधाता ! आज यहां इंसान सिर्फ कहने को ही हैं इंसान इंसान सा नहीं लगता, सब दरींदगी के राक्षस ही हैं काश तूने हैवान को इंसान से अलग करके भेजा होता कम से कम एक जैसी चमड़ी वालों को इंसान तो न कहना होता"— % & Kash ! #काश #इंसान #दरिंदगी #विधाता #हैवान #yqdidi