रंगों से भरी हुई दुनिया में , बेमतलब जी रहे हो क्यों दर्द-ए-जुदाई का घुट , सबके सामने पी रहे हो हमसफर और भी मिलेंगे सफर-ए-ज़िन्दगी में , तुम आगे बढ़ना सीखो क्यों किसी के इंतज़ार में , अपनी ज़िन्दगी बेरंग कर रहे हो 🌺 🌺 🌺 🌺 🌺 🌺 🌺 🌺 🌺 🌺 🌺 🌺 ©Sethi Ji आज एक सव्वाल मुझे , सबसे पूछना है क्यों किसी एक के साथ , जीना मरना है अगर वोह नही निभा पाया वफ़ा के रस्मों रिवाज क्यों उसकी बेवफ़ाई का जुर्माना , ज़िन्दगी बार भरना हैं ।।