Nojoto: Largest Storytelling Platform

माँझी हौसला लिए चल पड़ा वह पहाड़ सा प्रण ज

      माँझी 
हौसला लिए चल पड़ा वह पहाड़ सा 
प्रण ज़ाहिर किया सिंह की दहाड़ सा 

गाँव से शहर की बीच की जो दूरी थी 
पहाड़ पार कर जाना ही मज़बूरी थी 

वो पहाड़ फिर उसकी प्रियतमा को निगल गया
      माँझी 
हौसला लिए चल पड़ा वह पहाड़ सा 
प्रण ज़ाहिर किया सिंह की दहाड़ सा 

गाँव से शहर की बीच की जो दूरी थी 
पहाड़ पार कर जाना ही मज़बूरी थी 

वो पहाड़ फिर उसकी प्रियतमा को निगल गया