यूँ तो कभी कोई वादे नहीं किये थे मैंने उनसे ज़माने की तरह जूठी तसल्ली के लिए किसी मोड़ पर आखिर मिलेंगे जरूर तू लेहंगा पहन के आना जनाजे पर मेरे !! लेहंगा