उस अँधेरे में वो रोशनी बन कर आयी जुगनू बनकर उसने मुझे, सही राह दिखाई, मैं खुदगर्ज़ हो गया था, इस जमाने में, उसने इंसानियत की, मद्धिम लौ मुझमें जलाई, मैं टूटा कई दफ़ा अंधेरो में, बनकर मशाल उसने, रोशनी दिखाई, भूला दिया था जमाने ने जिस बीज को, पानी देकर उसने , उसे जीने की राह दिखायी...|| #us#andhere#me#wo#ek#roshni#bnkr#aayi