पल्लव की डायरी अज्ञान का भटकाव ,जहर उगलता है सम्यक ज्ञान रहस्यो को उजागर करता है बिना गुरु के जग में अंधकार दिखता है बिना चरित्र के ज्ञान नही निखरता है जिसकी जितनी क्षमता हो उतना समझ पाता है गुरुओ के सानिध्य में ही सम्मपूर्ण ज्ञान हो पाता है जिसके जीवन मे गुरु नही,उनका जीवन शुरू नही होता है जितना भी शोध और कला विकसित होता है उसमे गुरु का तप और त्याग जरूर होता है भगवान से बढ़कर भी गुरु का मान होता है समर्पण जिसने जितना किया गुरु को वह प्रसिद्ध धनुधारीअर्जुन जैसा बन जाता है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Teachersday सम्मयक ज्ञान रहस्यो को उजागर करता है #Teachersday