यूँ ही हम वहम पाले बैठे थे कि ,हमी से रोशन ये आशियाँ, जिंदगी के कुछ पन्ने खुले तो समझ आया कि चंद सांसे रुक जाने से किसी को फर्क नही पड़ता #मतलब