करके मैसेज अब वो भूल जाते है, हम करे यही तो बवाल मचाते हैं। उन्हें खुद की गलतियां कभी दिखती नहीं, कुछ कह दो अगर तो हमें हमारी गलतियां गिनाते हैं। कभी कहते थे कि एक सुकून सा मिलता है उन्हें हमसे, और वो हमें खुद की टेंशन बताते हैं। खुद करे दूसरों से बात तो कोई दिक्कत नहीं, हम करे तो हमें हमारी लिमिट गिनाते हैं। रह कर ऑनलाइन एक समय पर, वो अब बड़ी आसानी से नजरअंदाज कर जाते हैं। ©Ayushi Vishwakarma najarandaj mr faizan Ramesh Chandra Anupam Sandeep Kumar nareshthamnal ajay Kumararya