वो आई मेरी ज़िन्दगी में बारिश का पानी बन कर ज़िन्दगी में छा सी गई मेरे मौजों की रवानी बन कर दिल में टहलती रहती थी वो मेरे दिल की रानी बन कर 1 दिन वो ऐसे चली गई जैसे आंखो का पानी बन कर । दीपक शर्मा (दीप राही)