मजहब के बारे पुछना है तो सियासत करनेवालों से जा कर पुछिए साहब, उस गरीब के लिए दो वक्त की रोटी ही मजहब है और उसके पेट भरने में मदद करनेवाला उसके नजर में खुदा होता है... -फरहाना #garib#khuda#siasat#Nojoto#NojotoHindi#