एक पल को बस जरा खिड़कियों के पार देखो, वही चाॅंद ढ़ल गया है तेरे इंतजार में, आज फिर सूरज आया लेकर नया दिन एक और, वही ओस ठिठक कर पत्तों से गिर रही, देखो!! ये सब तुम्हारे हैं, बांहें फैला आगोश में धर लो, अब फिर से मुस्कुरा दो, ताजी हवा की हलचल है, तितलियाॅं रंग लाईं, तुम मन की शीशी में भर लो। अब ऑंसूओं को दरकिनार करो, चलो मुस्कुराओ! SEJA only for you!! 🤗❤️❤️❤️ एक पल को बस जरा खिड़कियों के पार देखो, वही चाॅंद ढ़ल गया है तेरे इंतजार में, आज फिर सूरज आया लेकर नया दिन एक और, वही ओस ठिठक कर पत्तों से गिर रही, देखो!! ये सब तुम्हारे हैं, बांहें फैला आगोश में धर लो, अब फिर से मुस्कुरा दो, ताजी हवा की हलचल है,