तन्हाई रंजों गम न रख अपने सीने में, माना इश्क में रूठना मनाना है तुम पास हो जिंदगी खूब लगती है। दो घड़ी इसमे जीना दो घड़ी का मर जाना है ##दो घड़ी जीना दो घड़ी का मर जाना है