वो लम्हें जो दर्द देते हैं नजाने क्यू मुझसे दूर नहीं जाते , वो बातें जो सुनना कभी अच्छा लगता था आज नजाने क्यूं बेफिजूल सी लगती है. शायद इन रातों को भी हो गयीं हैं तेरी बेवफ़ाई की भनक वरना ये कभी इतनी ख़ामोश नहीं रहती !!! 🙃