जिस लेखन से मनुज का, होय नहीं उत्थान । विष समान वह त्याग दें, शब्दन मान विधान ।। ऐसा लेखन जिससे अपना और समाज का उत्थान नहीं होता उसे विष के समान त्याग देना सर्वदा उचित है । #सत्य #दोहा #life #love #freshthoughts #जीवन #अनन्त #लेखन