Nojoto: Largest Storytelling Platform

जिस लेखन से मनुज का, होय नहीं उत्थान । विष समान वह

जिस लेखन से मनुज का, होय नहीं उत्थान ।
विष समान वह त्याग दें, शब्दन मान विधान ।। ऐसा लेखन जिससे अपना और समाज का उत्थान नहीं होता उसे विष के समान त्याग देना सर्वदा उचित है ।

#सत्य #दोहा #life #love #freshthoughts #जीवन #अनन्त #लेखन
जिस लेखन से मनुज का, होय नहीं उत्थान ।
विष समान वह त्याग दें, शब्दन मान विधान ।। ऐसा लेखन जिससे अपना और समाज का उत्थान नहीं होता उसे विष के समान त्याग देना सर्वदा उचित है ।

#सत्य #दोहा #life #love #freshthoughts #जीवन #अनन्त #लेखन

ऐसा लेखन जिससे अपना और समाज का उत्थान नहीं होता उसे विष के समान त्याग देना सर्वदा उचित है । #सत्य #दोहा life love #FreshThoughts #जीवन #अनन्त #लेखन