गाँव में रिमझिम गाँव में रिमझिम, हवा में सिमसिम बरसे बदरी हर घर पर l टर्र टर्र टर्र टर्र मेघा बोले ताल तलैया द्वारे पर l झींगुर की तो बात ना पूछो आसमान है उनके सर l घास - फूस सब हरे हो गए उग आये हैं हर दर - दर l हर किसान है काम में अपने व्यस्त है अपने खेतो पर l हर मौसम का राजा बारिश जग निर्भर है इस ऋतू पर l ✍️विश्व विजय गाँव में रिमझिम