Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat अदावते मेरे दिल की आवाज़ बन रही है कभी मुझमें कभी तुझमें बसी खराश बन रही है मसले तमाम रातों में पुख्ता इंतजाम बनते है मशवरे इन्सानों के हालातों में जलती राख से उड़ रहे है हिमाकत ए जश्न के माहौल में ढल रहे है कोई ना जाने या कुछ पहचान कर भी अनजाने बन रहे है। #lifequotes #zindagi #yqbaba #yqtales #yqtales Written by Harshita ✍️✍️ #Jazzbaat अदावते मेरे दिल की आवाज़ बन रही है कभी मुझमें कभी तुझमें बसी खराश बन रही है मसले तमाम रातों में पुख्ता इंतजाम बनते है मशवरे इन्सानों के हालातों में जलती राख से उड़ रहे है